भारत सीमा में घुसने के प्रयास में श्रीलंकाई नागरिक गिरफ्तार
नेपाल से भारत आते हुए सोनौली बॉर्डर पर हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस प्रेस नोट अनुसार
श्रीलंकाई नागरिक द्वारा भारतीय पहचान का किया गया दुरुपयोग
नेपाल से भारत घुसने की कोशिश में श्रीलंकाई नागरिक गिरफ्तार
सोनौली बॉर्डर पर एक ही व्यक्ति के पास दो पासपोर्ट: भारतीय और श्रीलंकाई
भारतीय पासपोर्ट के नाम और फोटो से मेल खाती श्रीलंकाई पहचान
मलेशियाई ई-वीज़ा में श्रीलंकाई नागरिकता का खुलासा
धोखाधड़ी से भारतीय पहचान और पासपोर्ट हासिल करने का मामला
आरोपी का कनेक्शन श्रीलंका स्थित अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं से
मोबाइल से कई संदिग्ध ड्रग माफिया के नंबर बरामद
इमिग्रेशन और सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त जांच में खुलासा
आरोपी के खिलाफ विदेशी अधिनियम समेत कई धाराओं में मामला दर्ज
सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा सख्ती और एजेंसियों की सतर्कता का परिणाम
महराजगंज। सीमा पर तस्करों और तस्करी के खिलाफ बरती जा रही चौकसी के कारण एक श्रीलंकाई नागरिक को भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया है। 15 अक्टूबर 2024 को नेपाल से भारत आने की कोशिश करते हुए सोनौली आईसीपी पर एक श्रीलंकाई नागरिक को इमिग्रेशन अधिकारियों ने गिरफ्तार किया। जांच में यह खुलासा हुआ कि इस व्यक्ति ने धोखाधड़ी से भारतीय पहचान पत्र और पासपोर्ट हासिल किया था। हिरासत में लिए गए व्यक्ति के पास भारतीय और श्रीलंकाई दोनों पासपोर्ट पाए गए, जिसमें भारतीय पासपोर्ट पर उसका नाम “दिलीप संपत” और श्रीलंकाई पासपोर्ट पर “Dilip Sampath Rajappa” था। भारतीय पासपोर्ट पर उसकी जन्म तिथि 05 जून 1978 दर्शाई गई थी, और पासपोर्ट 26 दिसंबर 2023 को जारी किया गया था।
इमिग्रेशन जांच के दौरान, उसके मोबाइल से मलेशियाई ई-वीज़ा की सॉफ्टकॉपी भी बरामद की गई, जिसमें उसकी राष्ट्रीयता श्रीलंकाई बताई गई थी। इस ई-वीज़ा की जानकारी उसके भारतीय दस्तावेज़ों से मेल खा रही थी, जिससे यह साफ हो गया कि उसने धोखाधड़ी से भारतीय पहचान पत्र प्राप्त किया था। इमिग्रेशन विभाग की पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी व्यक्ति का संबंध श्रीलंका स्थित अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं से हो सकता है। उसके मोबाइल में कई संदिग्ध मोबाइल नंबर पाए गए, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
इस मामले में इमिग्रेशन विभाग ने थाना स्थानीय पर मुकदमा अपराध संख्या 171/24 धारा 318, 319, 338, 336(3), 340(2)B N S 2023 और 14 विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई संयुक्त जांच में यह व्यक्ति एक बड़े ड्रग नेटवर्क का हिस्सा पाया गया है। यह घटना सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा जांच की सख्ती को और अधिक मजबूत बनाने का संकेत है। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा द्वारा सीमा पर चौकसी के निर्देश और भारतीय एजेंसियों की सतर्कता ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी विदेशी नागरिक भारतीय पहचान का दुरुपयोग न कर सके, और अंतरराष्ट्रीय अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। सीमा पर चौकसी से तस्करों और तस्करी की घटनाएं काफी हद तक थम चुकी हैं।