क्या जानकारी के अभाव में,खूब जल रहे है पराली,पराली जलाने से कई तरह के नुकसान होते हैं
महाराजगंज।जिले के कई तहसीलों के अंतर्गत अनगिनत गांवों के सिवान में पराली जली है,जिसका वीडियो,खबर,पोस्ट साइडों,ख़बरों में प्रकाशित हुआ है,कई किसानों पर भारी जुर्माना भी लगा है,तो कइयों किसानों के किसान सम्मान निधि पर भी खतरा मंडरा रहा है, शासन प्रशासन द्वारा लगातार कोशिश और प्रयास किया जा रहा है लेकिन काबू पाना बहुत ही मुश्किल है।
क्या जानकारी के अभाव में जलाते है किसान पराली ?
वायु प्रदूषण
पराली जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, और सूक्ष्म कण जैसे हानिकारक प्रदूषक वायुमंडल में मिलते हैं. इससे वायु गुणवत्ता में गिरावट आती है और स्मॉग बनता है.
स्वास्थ्य पर असर
पराली जलाने से सांस लेने में दिक्कत, एलर्जी, और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
मिट्टी की उर्वरता कम होना
पराली जलाने से मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं और मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है.
जैव विविधता को नुकसान
पराली जलाने से मिट्टी में रहने वाले सूक्ष्मजीव और कीड़े मर जाते हैं.
आग लगने का खतरा
पराली जलाने से आस-पास की फसलों और आबादी में आग लगने का खतरा रहता है.
सड़क हादसे का खतरा
वायु प्रदूषण के कारण सड़क हादसों का खतरा बढ़ जाता है।